पटना, जुलाई 26 -- आरजेडी चीफ लालू यादव के करीबी और राजद विधायक भाई वीरेंद्र ने बड़ा दावा किया है। एक इंटरव्यू में उन्होने आरोप लगाया कि 2010 में जब राजद के 22 विधायक थे, तब आरजेडी को तोड़ने के लिए उन्हें कई ऑफर मिले थे। बातचीत में राजद विधायक ने कहा कि हमें तोड़ने के लिए 2 करोड़ रुपए भेजे गए थे। केंद्रीय मंत्री जीतनराम मांझी के खास कहे जाने वाले दानिश रिजवान 2 करोड़ रुपए लेकर मेरे पास आए थे। उन्होने मेरी मुख्यमंत्री से भी बात कराई थी। लेकिन मैंने उस ऑफर को ठुकरा दिया। भाई वीरेंद्र ने बताया कि 'मना करते हुए मैंने कहा मेरे नेता लालू प्रसाद यादव हैं। वो कहेंगे कि यहां डूबना है तो डूबेंगे, यहां रहना है तो यही रहेंगे। मैं आपकी बात नहीं मानूंगा। मुझे मंत्रिमंडल नहीं चाहिए। मैं उसूल की राजनीति करता हूं। 2010 में 22 विधायक में 13 भाग रहे थे, तब भ...