संभल, अप्रैल 20 -- भारत देश में संभल पावन धाम है। पुराणों में भी इसका जिक्र है। संभल में ही भगवान नारायण कल्कि के रूप में अवतार लेंगे और राक्षस शक्तियों का अंत कर सतयुग का निर्माण करेंगे। इसलिए अब तुम राजतिलक की करो तैयारी, संभल आएंगे कल्कि बिहारी। यह उद्घोष चित्रकूट तुलसी पीठाधीश्वर रामभद्राचार्य ने कहा। वह हीरादेवी तोताराम कन्या इंटर कॉलेज परिसर में श्रीराम कथा के सातवे दिन श्रीराम कथा के समापन पर बोल रहे थे। इस बीच जयश्रीराम के जयकारों से पूरा पांडाल गुजांयमान हो उठा। श्रोता तालियां बजाकर रामायण की संगीतमय चौपाइयों पर झूम रहे थे। शनिवार को शाम पांच बजे करीब कथा पांडाल पहुंचे जगदगुरू रामभद्राचार्य जी को माला पहनाकर व पैर छूकर आर्शीवाद लिया। जगदगुरू ने भगवान श्रीराम व हनुमान जी के बीच प्रेम व मेघनाथ व रावण के वध का रोचक प्रसंग सुनाकर श्र...