सराईकेला, जुलाई 30 -- सरायकेला, संवाददाता विश्वप्रसिद्ध सरायकेला छऊ नृत्य के संरक्षण और संवर्धन की दिशा में लंबे समय बाद बड़ी पहल शुरू हुई है। झारखंड संस्कृति, कला, खेल एवं युवा कार्य विभाग के तत्वावधान में राजकीय छऊ नृत्य कला केंद्र, सरायकेला को पुनर्जीवित करने की योजना को गति मिली है। इस ऐतिहासिक प्रयास के केंद्र में सरायकेला छऊ आर्टिस्ट एसोसिएशन के कलाकारों का वर्षों का अथक संघर्ष और समर्पण रहा है। हाल ही में संस्कृति निदेशालय, रांची में निदेशक की अध्यक्षता में बैठक मंगलवार को हुई। इसमें छऊ कलाकारों, प्रशासनिक अधिकारियों और संस्कृति विभाग के पदाधिकारियों ने हिस्सा लिया। बैठक में छऊ नृत्य के हित में कई अहम निर्णय लिए गए। सबसे पहले कला केंद्र के जर्जर भवन की स्थिति पर चिंता जताई गई और भवन निर्माण विभाग के माध्यम से मौजूदा भवन को ध्वस्त क...