कार्यालय संवाददाता, जून 3 -- राजकीय आयुर्वेदिक कॉलेज, पटना की मान्यता पर फिर संकट आ गया है। कॉलेज की वेबसाइट बंद हो गई है। एनसीआईएसएम दिल्ली के निर्देश के अनुसार सभी जानकारियां वेबसाइट पर होनी चाहिए। कॉलेज प्रशासन का कहना है कि वेबसाइट का जिम्मा संभाल रही निजी कंपनी को भुगतान नहीं देने के चलते उसने रखरखाव करना बंद कर दिया। पिछले साल नवम्बर में प्राचार्य प्रो. डॉ. संपूर्णानंद तिवारी के सेवानिवृत्त होने के बाद कार्यकारी प्राचार्य के तौर पर डॉ. अरविंद कुमार चौरसिया को बनाया गया। लेकिन इनको आयुष व स्वास्थ्य विभाग की ओर से वित्तीय अधिकार नहीं दिया गया। वहीं वेबसाइट बंद होने से कॉलेज के रजिस्ट्रेशन का रिन्युअल नहीं हो रहा है। कई तरह की जानकारियां डॉक्वरों व छात्रों को नहीं मिल पा रही हैं। यह भी पढ़ें- बिहार के 7 जिलों में ठनका और तेज रफ्तार हवा...