लखनऊ, फरवरी 13 -- लखनऊ। संवाददाता ईसाई समुदाय 14 फरवरी को राख बुधवार मनाएगा। ईस्टर से पहले चालीस दिन होते हैं जिसकी शुरुआत राख बुधवार से होती है। राख बुधवार के साथ ही ईसाई समुदाय 40 दिन तक उपवास रखकर प्रार्थना करते हैं। इन दिनों को लेंटेन सीजन भी कहा जाता है। ये आत्मनिरीक्षण के दिन होते हैं। इस दौरान ईसाई लोग प्रार्थना में समय बिताते हैं। पवित्र बाइबिल का ध्यान और आराधना करते है। अलीगंज स्थित असेंबली ऑफ बिलीवर्स चर्च के पादरी मॉरिस कुमार ने बताया कि ऐश (राख) बुधवार 14 फरवरी से शुरू होकर 29 मार्च को गुड फ्राइडे के साथ समाप्त होगा। उन्होंने बताया कि 40 दिनों तक ईसाई लोग भोग विलास का त्याग कर उपवास रखते हैं। डायसिस ऑफ लखनऊ के चंसलर रेवरन डॉ डोनाल्ड डिसूजा ने बताया कि राख बुधवार को, पवित्र मिस्सा के दौरान, आम तौर पर शाम के समय, पिछले वर्ष के'...