मेरठ। प्रमुख संवाददाता, फरवरी 17 -- दशकों पहले घर-घर राख से बर्तन साफ करने और बच्चे के दूध पीते ही राख चटाने की परंपरा के पीछे छुपा हुआ विज्ञान था। राख को अशुद्ध बता कंपनियों द्वारा डिटर्जेंट की ब्रांडिंग के बीच चौ.चरण सिंह विश्वविद्यालय के भौतिक विज्ञान विभाग ने चुटकीभर राख की ताकत सिद्ध कर दी है। मात्र छह घंटे में राख ने ई-कोलाई और एस.ऑरस बैक्टीरिया को पूरी तरह से खत्म कर दिया। प्रो.संजीव कुमार शर्मा के निर्देशन में अभिषेक शर्मा द्वारा विज्ञान की कसौटी पर कसी राख की ताकत को साउथ कोरियन इंटरनेशनल जर्नल 'एडवांसेज इन नैनो साइंस' और 'नैनो मैटेरियल' जर्नल ने प्रकाशित किया है। राख पर शोधार्थियों को 2023 में कोरियन एवं 2024 में भारतीय पेटेंट भी मिल गया है। राख ने हानिकारक इन दोनों ही बैक्टिरिया को सामान्य तापमान 37 डिग्री सेल्सियस पर खत्म किया...