नई दिल्ली, नवम्बर 18 -- भारत एलपीजी की लगभग आधी मांग आयात से पूरी करता है। ऐसे में स्थिर, विश्वसनीय और कीमतों में कम उतार-चढ़ाव वाले स्रोत बेहद जरूरी हैं। केंद्रीय मंत्री हरदीप पुरी की सोमवार को की गई घोषणा के मुताबिक अमेरिका से हुआ करार माउंट बेलव्यू बेंचमार्क पर आधारित है, जो वैश्विक एलपीजी बाजार में एक पारदर्शी और स्थिर मूल्य वाली प्रणाली माना जाता है। अब तक भारत एलपीजी आयात के लिए मुख्य रूप से खाड़ी देशों पर निर्भर था, लेकिन पहली बार अमेरिका के साथ इस तरह का करार दोनों देशों के रणनीतिक ऊर्जा सहयोग को मजबूत बनाएगा। जानकारों का मानना है कि यह सौदा आने वाले वर्षों में एलएनजी, कच्चे तेल और स्वच्छ ऊर्जा क्षेत्र में भी नई संभावनाओं के द्वार खोल सकता है। इस करार के तहत अमेरिका से साल 2026 में 22 लाख टन एलपीजी का आयात किया जाएगा. यह करार सिर्...