हापुड़, मई 19 -- भारतीय ज्योतिष कर्मकांड महासभा अध्यक्ष पंडित केसी पाण्डेय ने बताया कि 18 मई रविवार की शाम 7 बजकर 35 मिनट पर शक्तिशाली छायाग्रह राहु व केतु का राशि परिवर्तन बड़े बदलाव लाएगा। आकाश मंडल में हुए खगोलीय घटना, ग्रह नक्षत्रों के प्रत्येक परिवर्तन का असर संसार व मनुष्य पर अवश्य पड़ता है जिसमें शनि, बृहस्पति, राहु-केतु विशेष है क्योंकि इनका असर दीर्घकालिक व दूरगामी होता है। उन्होंने बताया कि इस वर्ष 29 मार्च को शनि, 14 मई को बृहस्पति के बाद अब राहु केतु का परिवर्तन महत्वपूर्ण है। राहु-केतु एक राशि में 18 महीने तक रहते है और हमेशा वक्र गति से चलते है। वक्र गति के साथ रविवार की शाम 7 बजकर 35 बजे राहु, कुंभ राशि तथा केतु सिंह राशि में प्रवेश करेगा। यह परिवर्तन सामान्य राशि अनुसार वृष, मिथुन, कन्या, धनु के लिए शुभदायक, मेष, तुला, वृश्च...