उत्तरकाशी, नवम्बर 19 -- अपनी अनूठी संस्कृति के लिए प्रसिद्ध रवांई घाटी की बनाल व ठकराल पट्टी में आयोजित होने वाले ऐतिहासिक देवलांग मेले की तैयारी पूरी होने के बाद गुरुवार को गैर गांव, गंगटाड़ी व कुथनौर में देवलांग मेले का आयोजन किया जाएगा। उत्तरकाशी जिले की रवाई घाटी में पौराणिक सभ्यता और संस्कृति के अनुरुप त्यौहारों व उत्सवों को बड़े स्तर पर मनाने के रीति-रिवाज पौराणिक काल से चले आ रहे हैं। यही कारण है कि रवांई पाटी के लोगों द्वारा त्योहारों को अनूठे रूप में मनाए जाने से प्रत्येक त्यौहार अपनी अलग ही विशिष्टता प्रदान करते हैं। ऐसे ही विशिष्टता प्रदान करने वाला त्यौहार है (देवालांग)। यह त्यौहार दीपावली के ठीक एक महीने बाद मनाया जाने वाला मांगसीर की बवाल के रूप में मनाया जाता है। अमावस्या की रात को मनाए जाने वाला देवलांग का यह पर्व उत्तरकाशी...