संभल, मार्च 20 -- रमज़ान का पाक महीना अपनी रहमतों, बरकतों और मगफिरत के लिए जाना जाता है। मौलाना जुहैब रज़ा ज़ैदी मोहल्ला शर्की ने रमज़ान की फज़ीलत पर रोशनी डालते हुए कहा कि यह महीना अल्लाह की नेमतों का तोहफा है। इस महीने में अल्लाह अपने बंदों पर खास रहमत बरसाता है, उनकी दुआओं को कुबूल करता है और मगफिरत के दरवाजे खोल देता है। मौलाना ज़ैदी ने बताया कि रमज़ान तीन अशरों में बंटा हुआ है-पहला अशरा रहमत का, दूसरा मगफिरत का और तीसरा जहन्नम से निजात का। रोज़ेदार इस दौरान अल्लाह के मेहमान होते हैं, और इस महीने में किए गए नेक कामों का कई गुना सवाब मिलता है। उन्होंने 19वीं रमज़ान की शब की अहमियत बताते हुए कहा कि यह इबादत की रात है, जिसमें पूरी रात जागकर अल्लाह की इबादत करने का बहुत बड़ा सवाब है। इसी रात इब्ने मुल्जिम ने हज़रत अली (दामाद-ए-रसूल) पर मस...