सीवान, मार्च 26 -- हसनपुरा, एक संवाददाता। पाक व बा बरकत महीना रमजान उल मुबारक महीना अब अंतिम दिनों से गुजर रहा है। जहां मंगलवार को रोजेदारों ने 24 वां रोजा रख खुदा की इबादत की। बड़ी उसरी शाही मस्जिद के इमाम हाफिज जाकिर हुसैन साहब ने बताया कि अल्लाह की इबादत करने वाले हर मोमिन के दर्जे बुलंद होते हैं। गुनाह बक्श दिये जाते हैं। दोजख की आग से निजात मिलती है। अल्लाह की रहमत का ही सिला है कि रमज़ान में एक नेकी के बदले 70 नेकियां नामे-आमाल में जु़ड़ जाती हैं।वैसे तो पूरे माहे रमज़ान में बरकतें-रहमतें बरसती हैं लेकिन शबे-कद्र की खास रात में इबादत, तिलावत व दुआएं कबूल व म़कबूल होती हैं। अल्लाह ताअला की बारगाह में रो-रोकर अपने गुनाहों की माफी तलब करनेवालों के गुनाह माफ हो जाते हैं। इस रात ख़ुदा अपने नेक व जायज़ तमान्नाएं पूरी फरमाता है। रमज़ान का महीना ...