मधुबनी, दिसम्बर 25 -- घोघरडीहा। रबी फसल के दौरान फसलों की बेहतर वृद्धि और मिट्टी की उत्पादकता बनाए रखने के लिए किसानों को संतुलित उर्वरक प्रयोग की सलाह दी गई है। प्रखंड नोडल कृषि समन्वयक विकास कुमार ने स्पष्ट किया है कि रबी फसलों के समुचित विकास के लिए केवल एन पीके ही नहीं, बल्कि कैल्सियम, मैग्नीशियम, सल्फर, आयरन, बोरन, जिंक, कॉपर एवं क्लोरिन जैसे सूक्ष्म पोषक तत्वों की भी नितांत आवश्यकता होती है। ऐसे में किसान भाई बहनों से अपील की गई है कि वे मृदा स्वास्थ्य कार्ड के अनुसार सूक्ष्म पोषक तत्वों का प्रयोग सुनिश्चित करें, ताकि मिट्टी की उर्वरता लंबे समय तक बनी रहे।कृषि समन्वयक के अनुसार रबी फसल 2025-26 के लिए प्रखंड में उर्वरक की पर्याप्त उपलब्धता है। विभिन्न उर्वरक कंपनियों द्वारा लगातार यूरिया सहित अन्य उर्वरकों की आपूर्ति की जा रही है। इस...