खगडि़या, दिसम्बर 19 -- परबत्ता । एक प्रतिनिधि प्रखंड का 22 नलकूप कई वर्षो से ख़राब पड़ा हुआ है। कैसे होगी केले और रबी फसलों की खेती यह यक्ष प्रश्न बना हुआ है? आज केला व रबी की खेती करने वाले किसानो के बीच सिंचाई को लेकर भाग दौड़ की स्थिति बनी हुई है। केला किसानों की स्थिति यह है कि सरकारी नलकूप खराब रहने से अपने खेतों में लगायी गई कला की फसल को तिगुने मूल्य देकर सिंचाई करने को विवश हैं। प्राप्त जानकारी के अनुसार प्रखंड के अधिकांश लोगों का जीवन यापन का मुख्य साधन कृषि और पशुपालन है। कृषि के क्षेत्र में यहां अधिकांश लोगों का खेती केला की होती है। वही करीव 60 फीसदी किसान मक्का और गेहूं आदि की खेती करते हैं। सरकार द्वारा हर हाथ को कम वह हर खेत को पानी उपलब्ध कराने के सिद्धांत पर वर्ष 1970 के दशक हर खेत को पानी व हर हाथ को काम के तर्ज पर प्रखंड ...