चित्रकूट, नवम्बर 17 -- जिले में रबी की बुवाई की शुरुआत हो चुकी है। किसानों को गेहूं की बुवाई के लिए पलेवा करने को सिंचाई की जरुरत है। अभी नहरों की सफाई चल रही है। इस महीने के आखिरी तक नहरो की सिल्ट सफाई होनी है। जिससे किसानों के माथे पर चिंता की लकीरें दिखने लगी है। उनका मानना है कि समय से सिंचाई के लिए पानी न मिलने पर बुवाई बिलंब हो पाएगी। जिसका असर उत्पादन पर पड़ेगा। किसानों को रबी की बुवाई के दौरान सर्वाधिक नहरों के भरोसे सिंचाई के लिए पानी मिलता है। लेकिन समय से नहरों में सिल्ट सफाई न होने के कारण बिलंब की स्थिति बन रही है। जिले में 138 नहरों के जरिए सिंचाई होती है। इनमें सिंचाई प्रखंड प्रथम 93, सिंचाई निर्माण खंड 12 एवं लघु डाल नहर की 33 नहरें शामिल है। जिनकी लंबाई सिंचाई प्रखंड प्रथम 340.807 किमी एवं सिंचाई निर्माण खंड में 88.370 किम...
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