रांची, जून 11 -- रांची, संवाददाता। निषिद्ध मादक पदार्थों के इस्तेमाल को रोकने के लिए बुधवार को सिविल सर्जन डॉ प्रभात कुमार ने जागरुकता रथ रवाना किया। यह रथ सभी प्रखंडों में नशा मुक्ति, तंबाकू आदि के दुष्प्रभाव को बताएगा। सीएस ने बताया कि चार दिनी प्रशिक्षण के तहत जिलास्तर पर मास्टर ट्रेनरों द्वारा चिकित्सा पदाधिकारियों और स्वास्थ्यकर्मियों को प्रशिक्षित किया जा रहा है। ये बाद में अपने क्षेत्र में प्रशिक्षण देंगे। झारखंड में 38.9% लोग तंबाकू या अन्य मादक पदार्थों का सेवन करते हैं। इस पर रोक के लिए पंचायत स्तर तक प्रचार-प्रसार किया जा रहा है। मौके पर अपर मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. एस. बास्की, जिला कार्यक्रम प्रबंधक प्रवीण कुमार सिंह, जिला कंसल्टेंट सुशांत कुमार समेत कई स्वास्थ्यकर्मी मौजूद रहे। अधिकारियों ने बताया कि नशा न केवल स्वास्थ्य ...