लखनऊ, सितम्बर 12 -- लखनऊ, कार्यालय संवाददाता एमरन फाउण्डेशन की ओर से संत गाडगे जी महराज प्रेक्षागृह में रंगमंच की शाम सजी। लफ्ज की गठरी-कुछ पन्ने में तीन नाटक बड़ी दीदी, अकेली और यादें का मंचन किया गया। जिसमें रत्ना पाठक शाह, सीमा पाहवा, अनुभा फतेहापुरा, मनुकृति पाहवा का प्रभावी अभिनय देखने को मिला। यह 90 मिनट का नाट्य-प्रदर्शन प्रसिद्ध रंगकर्मी सीमा भार्गव पहवा के निर्देशन में प्रस्तुत किया गया। जिसमें प्रतिष्ठित भारतीय लेखकों से प्रेरित तीन कालातीत नाटक प्रस्तुत किए गए। नाट्य संग्रह में पहला नाटक बड़ी दीदी था। इसमें मनुकृति पाहवा और जया विरली ने अभिनय करते हुए भाई-बहनों के बीच प्रतिद्वंद्विता और बहनचारे की एक हास्यपूर्ण और हृदयस्पर्शी खोज दिखायी। जिसमें दो विपरीत बहनें अपने रिश्ते में प्रेम, प्रशंसा और अनुशासन का निर्वहन करती हैं। दूसरी...