बगहा, अक्टूबर 9 -- हरनाटाड़ । घड़ियालों की सुरक्षा, संरक्षण के साथ ही संख्या के मामलों में अब बिहार की गंडक नदी चंबल को टक्कर देने के लिए तैयार हो रहा है। इसके लिए बिहार सरकार के वन मंत्रालय व डब्ल्यूटीआई के संयुक्त प्रयास से मास्टर प्लान के तहत कवायद तेज कर दी गई है। घड़ियालों की सुरक्षा व संरक्षण के लिए वन विभाग व डब्ल्यू टीआई के संयुक्त टीम के साथ पश्चिमी चम्पारण के रतवल में इनक्यूबेशन सेंटर बनाया जायेगा। इसके लिए भूमि का चयन कर लिया गया है। डब्ल्यूटीआई के निदेशक डॉ समीर सिन्हा ने बताया कि गंडक नदी होकर गुजरी धनहा-रतवल के पास इनक्यूबेशन सेंटर बनाने के लिए भूमि का चयन किया गया है। विभागीय कागजी प्रक्रिया चल रही है। इनक्यूबेशन सेंटर बनाने के लिए भूमि हस्तांतरण व एनओसी मिलते ही काम शुरू कर दिया जाएगा। इनक्यूबेशन सेंटर बन जाने से घड़ियालों के ...