मोतिहारी, अगस्त 1 -- मोतिहारी, नगर संवाददाता । सुरक्षित प्रसव को लेकर सरकारी अस्पताल में किए जा रहे दावे के बावजूद आज भी अधिकांश गर्भवती महिलाओं का प्रसव निजी नर्सिंग होम में हो रहा है। हर साल गर्भवती महिला के प्रसव के लिए निबंधन करीब 1 लाख 75 से 80 हजार होता है। मगर सरकारी अस्पताल में 70 हजार के करीब ही प्रसव हो पाता है। इसका कारण सरकारी अस्पताल में बिचौलियों का भरमार होना है। कतिपय आशा, कुछ एम्बुलेंस के ड्राइवर से लेकर कुछ ममता मोटी कमिशन की लालच में प्रसूता को सरकारी अस्पताल के बजाय निजी नर्सिंग होम तक भरमा कर पहुंचा रही हैं। विभागीय सूत्र के अनुसार सरकार ने गर्भवती महिला के प्रसव तक मुफ्त दवा व इलाज से लेकर जांच व घर से अस्पताल तक प्रसव के लिए लाने से लेकर पहुंचाने की व्यवस्था कर रखी है। साथ ही प्रोत्साहन राशि भी दे रही है। बावजूद सरक...