मुजफ्फरपुर, मई 26 -- मुजफ्फरपुर, प्रमुख संवाददाता। मुजफ्फरपुर जिले के शहरी पीएचसी में प्रसव पूर्व जांच के रजिस्ट्रेशन के बाद 35 प्रतिशत गर्भवतियां 'गायब हो गईं। रजिस्ट्रेशन कराने के बाद इन गर्भवतियों की प्रसव पूर्व चारों जांच नहीं हुई। यह आंकड़ा वित्तीय वर्ष 2024-25 का है। स्वास्थ्य विभाग की समीक्षा में ही यह बात सामने आई है। शहरी स्वास्थ्य केंद्रों में अप्रैल 2024 से मार्च 2025 तक 104 प्रतिशत गर्भवतियों का रजिस्ट्रेशन प्रसव पूर्व जांच के लिए किया गया, लेकिन सिर्फ 69 प्रतिशत गर्भवती की ही जांच शहरी पीएचसी पर हुई। क्षेत्रीय अपर निदेशक का कहना है कि प्रसव पूर्व जांच शत प्रतिशत किया जाना है। जहां जांच कम हो रही है, वहां तेजी लाने का निर्देश दिया गया है। ग्रामीण पीएचसी की भी 29% गर्भवतियों का पता नहीं शहरी पीएचसी की तरह ग्रामीण पीएचसी और सदर ...