रांची, अगस्त 30 -- रांची, विशेष संवाददाता। झारखंड रक्षा शक्ति विश्वविद्यालय के क्रिमिनोलॉजी विभाग की ओर से नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो के सहयोग से नशीली दवाओं के दुरूपयोग के खिलाफ जागरुकता अभियान का आयोजन किया गया। मुख्य अतिथि आईजी, अपराध अनुसंधान विभाग, असीम विक्रांत मिंज व विशिष्ट अतिथि डॉ संजय कुमार मुंडा- प्राध्यापक, मनोचिकित्सा प्रभारी व्यसन मनोचिकित्सा केंद्र (सीआईनी) व एनसीबी के इंटलिजेंस अधिकारी संजीव कुमार व आनंद कुमार, उपस्थित थे। असीम विक्रांत मिंल ने बताया कि झारखंड देश में नशीली पदार्थों का एक मुख्य उत्पादक बन चुका है। जिसमें चतरा, खुंटी, लातेहार, सिमडेगा और रांची के कई गांव शामिल हैं। इन जिलों में बड़े पैमाने पर अफीम के खेती की जा रही है। हालांकि, पुलिस प्रशासन ने लगभग 26,000 एकड़ अफीम की खेती को नष्ट किया है। डॉ संजय मुंडा ने...