गंगापार, अगस्त 9 -- ट्रेन की चपेट में आने से 22 वर्षीय अमर सिंह का शव पोस्टमार्टम के बाद जैसे ही उनके घर मेजा खास पहुंचा मां बेहोश हो गई। बहन अल्का भी भाई की कलाई पकड़ दहाड़े मारकर रोनी लगी। बोली यदि ऐसा जानती कि रक्षा बंधन पर भाई का शव पहुंचेगा तो उसे घर आने को न बोलती। परिजनों की चीख पुकार सुन पास पड़ोस के लोग पहुंच गए। कुछ देर शव घर पर रखने के बाद छतवा गंगाघाट ले गए अन्तिम संस्कार कर दिया। मेजाखास के पटेल बस्ती निवासी अरविन्द सिंह पटेल का बड़ा बेटा अमर सिंह इटावा में परिवहन विभाग में संविदा पर वाहन की मरम्मत करता था। गुरुवार की रात वह ट्रेन से घर के लिए चला, सुबह मेजारोड रेलवे स्टेशन उतरने के बाद डीएफसी लाइन पार करने लगा। इसी बीच मालगाड़ी की चपेट में आ गया। मौके पर ही उसकी मौत हो गई। घटना की जानकारी जैसे ही आस-पास के लोगों को हुई भीड़ जुट गई...