नई दिल्ली, अगस्त 9 -- Rakhi Bandhne Ka Shubh Muhurat : रक्षाबंधन का पावन पर्व आज है। इस अवसर पर बहन अपनी मान-सम्मान, प्रतिष्ठा की रक्षा के लिए अपने भाइयों के कलाईयों में रक्षा सूत्र बांधती है और उसके दीर्घायु होने की मंगल कामना करती हैं। वहीं पौराणिक कथा के अनुसार लक्ष्मीजी ने इसी दिन राजा बलि को भाई बनाकर उन्हें राखी बांधी थी और वामन रूप भगवान को उपहार में मांग लिया था। अतः रक्षा सूत्र बांधते समय यह मंत्र बोला जाता है। येन बध्दो बली राजा दानवेन्द्रो महाबल,तेन त्वां प्रतिबधनामि रक्षे मा चल मा चल। इस परंपरा के अनुसार इस क्षेत्र में ब्राम्हणों द्वारा अपने यजमानों के कल्याण व श्री वृद्धि के लिए रक्षा सूत्र बांधने की भी परंपरा है। बताया जाता है कि राजा बलि और उसके गुरु शुक्राचार्य की कथा को याद कर यजमान ब्राह्मणों से रक्षा सूत्र बंधवाकर सामर्...