नई दिल्ली, मार्च 3 -- Rangbhari Ekadashi 2025 : महाशिवरात्रि व होली के बीच पड़ने वाली एकादशी को रंगभरी एकादशी कहा जाता है। यह 10 मार्च को मनाई जाएगी। ज्योतिर्विद पंडित नरेंद्र उपाध्याय ने बताया कि वैसे तो सभी एकादशी व्रत महत्वपूर्ण है, लेकिन रंगभरी एकादशी के दिन व्रत रहकर शिव-पार्वती की विधि-विधान से पूजा करने से भगवान शिव प्रसन्न होते हैं और भक्तों की सभी मनोकामना पूर्ण करते हैं। इस दिन भगवान शिव व भगवान विष्णु को गुलाल व फूल अर्पण किया जाएगा, फिर गुलाल व फूलों की होली खेली जाएगी। मंदिरों में भजन-कीर्तन का आयोजन भी किया जाएगा।रंगभरी एकादशी का संबंध भगवान शंकर और माता पार्वती से है रंगभरी एकादशी का संबंध भगवान शंकर और माता पार्वती से है। धार्मिक कथाओं के अनुसार इसी दिन बाबा विश्व नाथ माता गौरा का गोना कराकर पहली बार काशी आए थे। इस दिन काश...