शामली, जुलाई 7 -- गांव गंगेरु में यौम-ए-आशूरा यानी मोहर्रम की दसवीं मनाई गई। शिया मुस्लिम समुदाय के हजारों लोग सुबह से ही ताजिया जुलूस में शामिल हुए। जुलूस के दौरान "या हुसैन" के नारों से पूरा माहौल गूंज उठा। शिया सोगवारों ने ताजिया लेकर करबला के मैदान में ले जाकर सुपुर्द-ए-खाक किया गया। मोहर्रम के जुलूस को लेकर भारी पुलिस बल भी तैनात रहा। रविवार को गांव गंगेरू में मोहर्रम के दसवीं तारीख पर शिया सोगवारों द्वारा हजरत इमाम हुसैन और उनके जांनिसारों की याद में ताजिए निकाले गए, मर्सिया पढ़ी गई,मातमी जुलूस निकाला गया। गांव गंगेरु के छोटा इमामबाड़ा व बड़ा इमामबाड़ा से ताजिये निकाले गए। शिया सोगवारों ने कर्बला की जंग में इमाम हुसैन और उनके 72 साथियों की शहादत दुलदुल को याद करते हुए छुरी सीना जनी की। जुलूस में शामिल लोगों ने काले वस्त्र पहने और अपने ह...