संभल, नवम्बर 11 -- मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा प्रदेश के सभी स्कूलों में वंदे मातरम को अनिवार्य करने की घोषणा के बाद राजनीतिक हलचल तेज हो गई है। इस फैसले पर प्रतिक्रियाए सामने आ रही हैं। ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन के जिलाध्यक्ष असद अब्दुल्ला ने मंगलवार को बयान जारी करते हुए, सरकार के इस निर्णय पर सवाल उठाते हुए कहा कि किसी पर भी वंदे मातरम गाने के लिए दबाव नहीं बनाया जा सकता। उन्होंने कहा कि वंदे मातरम भारत का राष्ट्रीय गीत है और हर नागरिक को इसका सम्मान करना चाहिए, लेकिन इसे गाना या न गाना पूरी तरह व्यक्तिगत अधिकार का मामला है। संविधान हर व्यक्ति को धार्मिक स्वतंत्रता प्रदान करता है। असद अब्दुल्ला ने आगे कहा, अगर कोई वंदे मातरम नहीं गाता, तो इसका अर्थ यह नहीं कि वह देशभक्त नहीं है। इसे अनिवार्य बनाना जबरदस्ती होगी। उन्ह...
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