वाराणसी, जुलाई 22 -- काशी ने अपनी तासीर के अनुरूप एक और मिसाल पेश की है। करीब 42 साल पुराना मंदिर और गुरुद्वारे का विवाद दोनों पक्षों की सहमति से हल हो गया। जगतगंज स्थित गुरुद्वारे और मंदिर के इस विवाद के हल होने के बाद अब गुरुवाणी और हनुमान चालीसा के स्वर एक-दूसरे से घुले-मिले सुनाई देंगे। एक ही प्रांगण में 'सत् श्री अकाल' और 'महावीर हनुमान की जय' की गूंज साथ होगी। स्वामित्व विवाद का यह मामला पिछले दिनों मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के पास पहुंचा था। उन्होंने इस दिशा में पहल की थी। इसके बाद अब सबकुछ हल हो गया है। पूरे मामले में स्वतंत्रता सेनानी शहीद बाबू जगत सिंह के वंशज प्रदीप नारायण सिंह ने दोनों पक्षों के बीच मध्यस्थता का गुरुतर भार संभाला। कई चक्र की वार्ता के बाद इस बात की सहमति बन गई कि एक ही प्रांगण में एक ओर भव्य गुरुद्वारा होगा त...