खगडि़या, फरवरी 17 -- परबत्ता। एक प्रतिनिधि परबत्ता प्रखंड में यूरिया की किल्लत से किसानों की परेशानी बढ़ गई है, लेकिन विभाग के अधिकारी किसानों की परेशानी के प्रति उदासीन बने हुए हैं। मक्का व गेहूं की खेती करने वाले किसानों को अपने खेतो में लगे फसलों में यूरिया खाद की अभी बहुत जरूरत है, लेकिन खुदरा खाद विक्रेता यूरिया के साथ कैल्शियम व जिंक लेना अनिवार्य बता रहे है। आज स्थिति यह है कि यूरिया खाद का स्टॉक कर महंगे दरों पर बेचने की साजिश की जा रही है। प्राप्त जानकारी के अनुसार प्रखंड के अधिकांश आबादी के जीवनयापन का मुख्य साधन खेती और पशुपालन है। प्रखंड के किसानों द्वारा अपने खेतों में रबी फसलों के तौर पर गेहूं व मक्का की अधिकांश फसल लगाए हैं, जहां एक और गेहूं अंतिम पानी का इंतजार कर रहा है। वहीं दूसरी ओर मक्का की फसल धनशीश दे रहा है। अभी मक्क...
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