लखनऊ, अप्रैल 18 -- समाजवादी पार्टी ने इस चुनाव में खुद को ओबीसी में सिर्फ यादव जाति की राजनीति के ठप्पे से दूर रखने की कोशिश की है। ऐसा पहली बार हुआ है जबकि अब तक घोषित प्रत्याशियों में पार्टी ने अपने परंपरागत समीकरण एमवाई में एम यानी मुसलमानों को चार सीट और वाई यानी यादवों को भी चार ही सीटें दी हैं। पिछले चुनाव 2019 में बसपा से गठबंधन के तहत 36 सीटों में ही सपा ने 10 यादव प्रत्याशी दिए थे। इसमें से पांच सैफई परिवार से थे जबकि पांच यादव प्रत्याशी ऐसे थे जो परिवार से बाहर के थे। यादव समाज को टिकट देने में समाजवादी पार्टी ने कोई दरियादिली नहीं दिखाई है, इसका कारण अन्य पिछड़ी जातियों को सकारात्मक मैसेज देना रहा है। जो चार यादव चुनाव मैदान में सपा के टिकट पर हैं, वे सभी सैफई से स्व. मुलायम सिंह यादव कुनबे के सदस्य हैं। पिछले चुनाव में 10 सीटो...