लखनऊ, दिसम्बर 17 -- लखनऊ, प्रमुख संवाददाता यूपी में मतदाता सूची का विशेष प्रगाढ़ पुनरीक्षण (एसआईआर) का कार्य किया जा रहा है। अभी तक 82 प्रतिशत मतदाताओं की वर्ष 2003 की मतदाता सूची से मैपिंग की जा चुकी है। ऐसे में अब इनसे दस्तावेज नहीं मांगे जाएंगे। ऐसे मतदाता जिनकी मैपिंग नहीं हुई है उन्हें नोटिस जारी कर मतदाता बने रहने के लिए दस्तावेज देने होंगे। मुख्य निर्वाचन अधिकारी (सीईओ) नवदीप रिणवा के निर्देश पर अधिक से अधिक मतदाताओं की मैपिंग का कार्य किया जा रहा है। जिसके तहत मतदाताओं की वर्ष 2003 में एसआईआर के बाद बनी सूची से मिलान किया जा रहा है। मैपिंग उनके खुद के नाम, माता-पिता, बाबा-दादी व नाना-नानी के नाम से की जा रही है। सभी बीएलओ को निर्देश दिए गए हैं कि वह अधिक से अधिक मतदाताओं की मैपिंग का कार्य करें। चुनाव आयोग की ओर से 90 प्रतिशत मतदा...