संवाददाता, जुलाई 7 -- दुनिया के लोग संगमनगरी प्रयागराज के काला धान और अमरूद ही नहीं बल्कि मक्के का भी स्वाद चख सकेंगे। मक्के का वैश्विक बाजार तेज होने से प्रयागराज के मक्का किसानों को इसके लाभ मिलेंगे। पहली बार ताइवान को मक्के के निर्यात की मांग आई है। विदेशी व्यापारियों द्वारा मक्के की खरीद में रुचि से किसान काफी उत्साहित हैं। मक्का की उपज साल में तीन बार हो जाती है। कम समय में फसल तैयार होने से ज्यादा आय की उम्मीद को देखते हुए किसानों का रुझान मक्का की खेती की तरफ बढ़ रहा है। प्रयागराज के कृषि उप-निदेशक पवन कुमार विश्वकर्मा ने बताया कि सरकार मक्के के बीज में 50 फीसदी की छूट दे रही है। प्रयागराज मंडल में 1461 हेक्टेयर में मक्का की खेती होती है। पिछले साल मंडल में 4418 मीट्रिक टन मक्के की पैदावार हुई थी। मक्के के निर्यात का प्रस्ताव फूलपु...