कुशीनगर, फरवरी 23 -- राकेश कुमार गौंड़ पडरौना। एशिया स्तर पर अपनी पहचान रखने वाले कुशीनगर जिले के सेवरही क्षेत्र के बभनौली स्थित गेंदा सिंह गन्ना प्रजनन एवं अनुसंधान संस्थान के फिर दिन बहुरेंगे। फर्क सिर्फ इतना होगा कि अब यहां शुगर टेक्नोलॉजी पर पढ़ाई और शोध होगा। सरकार ने इसकी इजाजत दे दी है। इसके अलावा भवन के मेंटीनेंस और अन्य जरुरतों के लिए सरकार ने दो करोड़ रुपये दिया है। पद स्वीकृत होने और रिसर्च सेंटर के मेंटीनेंस का कार्य पूर्ण होने के बाद सितंबर से यहां दाखिला शुरू हो जाएगा। 30 सीटों पर पहले साल यूजी की पढ़ाई होगी। इस तरह शुगर टेक्नोलॉजी की पढ़ाई और शोध के मामले में कुशीनगर जनपद हब बन जाएगा। गन्ना बहुल होने की वजह से देवरिया का हिस्सा रहा यह क्षेत्र चीनी का कटोरा कहा जाता था। देवरिया और कुशीनगर जिले को मिलाकर 13 चीनी मिलें हुआ करत...