गोरखपुर, नवम्बर 7 -- बिहार में विवाद और चर्चा का कारण बना मतदाता सूची का विशेष गहन पुनरीक्षण अभियान यानी SIR अब यूपी में भी शुरू हो चुका है। इसे लेकर लोगों में तरह-तरह के भ्रम हैं। इन भ्रमों को अधिकारी दूर करने की कोशिश में जुटे हुए हैं। निर्वाचन आयोग ने जिलाधिकारियों को इस बारे में निर्देश दिए हैं। इन निर्देशों के तहत ही गोरखपुर में जिलाधिकारी दीपक मीणा ने कलेक्ट्रेट सभागार में विस्तारपूर्वक जानकारी दी। उन्होंने कहा कि एसआईआर का उद्देश्य मतदाता सूची को त्रुटिरहित और पारदर्शी बनाना है। इसमें लोग किसी प्रकार से भ्रमित न हो। गणना पत्रक वितरण और इसको वापस जमा होने तक एक माह के दौरान कोई पहचान पत्र नहीं लिया जा रहा है। 2003 की मतदाता सूची से जिनके पूर्वजों के नाम का रिकॉर्ड भी मिलेगा, उनसे दस्तावेज नहीं लिए जाएंगे, जबकि जिनके नाम का मिलान 200...