लखनऊ, अप्रैल 21 -- उत्तर प्रदेश के बिजली उपभोक्ताओं को विभाग ने महंगाई का झटका दिया है। इस महीने यानी अप्रैल में बिजली महंगी हो गई है। बिजली बिलों में पहली बार 1.24% ईंधन और ऊर्जा खरीद समायोजन अधिभार (एफपीपीएएस) जुड़कर आया है यानी, अगर किसी उपभोक्ता का वास्तविक बिजली बिल 1000 रुपये था तो उसे एफपीपीएएस के तौर पर 12.40 रुपये अतिरिक्त भुगतान करना पड़ा। पांच साल में यह पहला मौका है जब बिजली दरें बढ़ाई गई हैं। राज्य विद्युत नियामक आयोग ने इस साल 8 जनवरी को वितरण और पारेषण के लिए बहुवर्षीय टैरिफ नियमन के तीसरे संशोधन को मंजूरी दी थी। इसके तहत ईंधन और ऊर्जा खरीद समायोजन अधिभार (एफपीपीएएस) लगाने को मंजूरी दी गई थी। इस आधार पर जनवरी में बिजली कंपनियों ने 78.99 करोड़ रुपये सरप्लस का आकलन किया था। इसके समायोजन के लिए अप्रैल में सभी उपभोक्ताओं के बिल...