लखनऊ, मई 5 -- प्रदेश के शहरी और ग्रामीण इलाकों में अभी काफी बड़ी संख्या में खाद्य कारोबार से जुड़े लोगों ने पंजीकरण या लाइसेंस प्राप्त नहीं किया है। मगर यह लोग कारोबार कर रहे हैं। मगर अब खाद्य पदार्थों का कारोबार करने वाले सभी लोगों को पंजीकरण या लाइसेंस लेना होगा। इसके लिए खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन विभाग पूरे प्रदेश में अभियान चलाएगा। खाद्य सुरक्षा आयुक्त ने इस संबंध में सभी खाद्य सुरक्षा अधिकारियों को निर्देश जारी किए हैं। प्रदेश में फिलहाल सक्रिय खाद्य लाइसेंस 1 लाख 16 हजार 677 हैं। जबकि सक्रिय खाद्य पंजीकरण 7 लाख 44 हजार 684 हैं। यूपी की बात करें तो यहां हर महीने खाने-खिलाने का कारोबार अरबों रुपये का है। लाखों की संख्या में लोग इस कारोबार से जुड़े हैं। मगर उस लिहाज से प्रदेश में खाद्य कारोबारियों के पंजीकरण या लाइसेंस काफी कम हैं...