राजकुमार शर्मा, मई 17 -- डॉक्टर अब एक साथ कई निजी अस्पतालों में अपनी सेवाएं नहीं दे पाएंगे। इसी तरह अस्पताल संचालक भी अपने यहां फर्जी तरीके से स्थाई चिकित्सकों को नहीं दिखा पाएंगे। क्योंकि, डॉक्टरों और निजी अस्पताल संचालकों का यह खेल पकड़ेगा स्वास्थ्य विभाग का नया पोर्टल। इस पोर्टल पर डाक्टरों के एमसीआई रजिस्ट्रेशन नंबर को लिंक कर दिया गया है। निजी अस्पतालों को परमानेंट स्टॉफ के रूप में तैनात चिकित्सकों का एमसीआई रजिस्ट्रेशन नंबर नये पोर्टल पर भरना अनिवार्य कर दिया गया है। किसी भी अस्पताल द्वारा पंजीकरण के समय जैसे ही वह नंबर डाला जाएगा पोर्टल बता देगा कि इस नंबर का उपयोग किस-किस अस्पताल द्वारा किया गया है। ऐसा होने पर उस अस्पताल के खिलाफ कार्रवाई की जा सकेगी।एमसीआई नंबर से पकड़ में आएगी गड़बड़ी प्रदेश के कई जिलों से शासन को इस तरह की शिक...