नई दिल्ली, अगस्त 22 -- उत्तर प्रदेश में पुश्तैनी जमीन के नक्शा आवेदन करने वालों के लिए राहत की खबर है। अब बार-बार तहसील और विभागाें के चक्कर नहीं काटने पड़ेंगे। अब पुश्तैनी जानने के लिए राजस्व भू-मानचित्र पाना आसान हो जाएगा। अगर नक्शा नष्ट हो गया है तो इसे नए सिरे से बनवाकर तहसीलों पर रखवाया जाएगा। आवेदन करने वाले लोगों को इसकी कॉपी उपलब्ध कराई जाएगी। आयुक्त एवं सचिव राजस्व परिषद एसवीएस रंगाराव ने इस संबंध में जिलाधिकारियों को निर्देश भेज दिया है। जिलाधिकारियों को आयुक्त एवं सचिव के भेजे गए निर्देश में कहा गया है कि तहसील और जिला स्तर पर राजस्व अभिलेखागार के साथ बंदोबस्त अधिकारी, सहायक अभिलेख अधिकारी कार्यालय में खोजबीन कराते हुए इसे संग्रहीत कर सुरक्षित किया जाएगा। भू-मानचित्र अनुपलब्ध व जीर्ण-शीर्ण होने की स्थिति में इसके कारणों की जांच...