गोरखपुर, फरवरी 2 -- गोरखपुर, वरिष्ठ संवाददाता। प्रदेश भर के पशु तस्करों का डाटा अब हर जिले की पुलिस के पास रहेगा। जरूरत पड़ने पर न सिर्फ उनकी चेकिंग होगी बल्कि हर वक्त वे पुलिस के रडार पर रहेंगे। यही नहीं जिनके नाम अभी रिकॉर्ड में नहीं आए हैं उनके लिए अभियान चलाया जा रहा है। जिस जिले के पशु तस्कर रहने वाले हैं वहां के पुलिस कप्तान को पत्र लिखकर उनकी हिस्ट्रीशीट खुलवाई जा रही है। अब तक के अभियान में सामने आया है कि पश्चिम यूपी के पशु तस्कर भी पूर्वांचल में आकर अपराध कर रहे हैं। डीआईजी रेंज आनंद कुलकर्णी ने उन जिलों के कप्तानों को पत्र लिखकर हिस्ट्रीशीट खोलने को कहा है। दरअसल पशु तस्करों के लिए बिहार बार्डर के जिले ज्यादा मुफीद हो गए हैं। बिहार में गोवध अधिनियम के तहत कार्रवाई नहीं होती है। जबकि यूपी में गोवध अधिनियम और पशु तस्करी में सख्त ...