मुख्य संवाददाता, सितम्बर 19 -- आगरा कमिश्नरेट का एक सनसनीखेज मामला सामने आया है। पिता की मृत्यु के बाद बड़े भाई को यूपी पुलिस में दरोगा की नौकरी मिली। छह साल बाद दूसरा भाई भी मृतक आश्रित में दरोगा पर भर्ती हो गया। बड़ा भाई एसीपी पद से रिटायर हुआ। रिटायरमेंट पर पेंशन शुरू होने से पहले शिकायत हो गई। प्रारंभिक जांच में फर्जीवाड़ा पकड़ गया। रिटायर एसीपी की पेंशन और सभी भुगतान रोक दिए गए हैं। इंस्पेक्टर की बर्खास्तगी के लिए 14(1) की कार्रवाई चल रही है। पुलिस आयुक्त दीपक कुमार ने बताया कि पूर्व पुलिस आयुक्त जे रविन्दर गौड के कार्यकाल में मुख्यालय से एक शिकायत जांच के लिए आई थी। जिसमें आरोप था कि आगरा में तैनात एसीपी अकाउंट नागमेंद्र लांबा और इंस्पेक्टर योगेंद्र लांबा सगे भाई हैं। इनके पिता जय प्रकाश सिंह लांबा पुलिस विभाग में थे। उनकी मृत्यु के...