नई दिल्ली, अक्टूबर 1 -- यूपी के स्वास्थ्य विभाग में एक्सरे टेक्नीशियन की वर्ष 2016 की भर्तियों को लेकर एक और बड़ा खुलासा हुआ है। सिर्फ अर्पित या अंकित ही नहीं कई और ऐसे चयनित अभ्यर्थी हैं, जिनके नाम पर दूसरे स्थानों पर फर्जी लोग नौकरी कर रहे हैं। इनमें शैलेंद्र और शरद भी शामिल हैं। इनकी नियुक्ति के नाम पर दूसरों के फर्जी कागजात तैयार कर उन्हें भी दूसरे स्थानों पर ज्वाइन करा दिया गया है। इसके अलावा रंजीत नाम के अभ्यर्थी की ज्वाइनिंग तो उस समय दिखाई गई, जिस साल कोई भर्ती ही नहीं हुई थी। उसके पास तो एक्सरे टेक्नीशियन का डिप्लोमा भी नहीं था। स्वास्थ्य विभाग में नौकरियां रेबड़ियों की तरह बांटी गईं। फिर चाहे वो एक्सरे टेक्नीशियन हों या लैब टेक्नीशियन, दोनों भर्तियों में हुए भारी फर्जीवाड़े और भ्रष्टाचार की कलई सूचना का अधिकार (आरटीआई) में मिली ...