लखनऊ, मार्च 24 -- यूपी की राजधानी लखनऊ में वित्तीय वर्ष 2025-26 के बजट पर चर्चा और सहमति बनाने के लिए बुलाई गई कार्यकारिणी की बैठक के शुरू होते पार्षद निधि बढ़ाने की मांग उठी। लगभग 45 मिनट के बहस के बाद निधि को 1.5 करोड़ रूपये से बढ़ा कर 2.10 करोड़ रूपये किए जाने पर सहमति बन गई। महापौर और नगर आयुक्त की निधि में कटौती की गई। कार्यकारिणी सदस्य भाजपा के भृगु नाथ शुक्ला ने पार्षद निधि 2.5 करोड़ + जीएसटी की मांग रखी। इस मुद्दे पर अन्य पार्षदों ने भी उनका समर्थन किया। सभी पार्षदों ने कहा कि नगर निगम के विस्तार से उनके वार्डों की सीमा भी बढ़ी है। ऐसे में पार्षद निधि 2.5+जीएसटी ही रखा जाए। भले इसके लिए सफाई के मद में कटौती कर दी जाए। नगर आयुक्त ने 2 करोड़ + जीएसटी करने की बात कही। पर पार्षद सहमत नहीं हुए। लम्बे बहस के बाद पार्षद निधि को 2.10 करोड़ रूपये ...