लखनऊ। सौरभ मिश्र, नवम्बर 12 -- मंदिरों में श्रद्धा से चढ़ाए गए जो फूल अक्सर कचरे में तब्दील हो जाते थे, अब वे न केवल पर्यावरण संरक्षण का संदेश दे रहे हैं, बल्कि शहर की महिलाओं और युवाओं के लिए आत्मनिर्भरता का मार्ग भी खोल रहे हैं। यह कमाल कर दिखाया है यूपी के लखनऊ के परेश शंकर पांडेय ने। वह अस्त्रधारिणी फाउंडेशन के जरिए 2021 से 'वीआरंभ' पहल चला रहे हैं। उन्होंने बताया कि उनके और छह अन्य के साथ शहर की 90 महिलाएं अलग-अलग जगहों से काम कर रही हैं। संस्थापक अध्यक्ष परेश शंकर पांडेय ने बताया कि इस पहल का खयाल उनके जन्मदिन पर मिले ढेर सारे बुके को कूड़ेदान में फेंकने के मन न होने से आया। उन्होंने देखा कि मंदिरों में भी भारी मात्रा में फूल फेंके जा रहे हैं, जिसके बाद उन्होंने फूलों को रिसाइकिल करने पर रिसर्च शुरू किया। उन्होंने बताया कि अब एक वर्...