पंकज मिश्र, जून 11 -- यूपी से श्रावस्ती में विकास क्षेत्र गिलौला के भिखारीपुर मसढ़ी स्थित जलाशय पांडवों को खूब भाया था। इसलिए वनवास के दौरान करीब दो साल तक जलाशय के करीब कुटी बनाकर रहते थे। भीम के नाम पर जलाशय का नाम भिम्भा ताल पड़ा और जलाशय के करीब स्थित मंदिर को भिंभा बाबा मंदिर कहा जाता है। मान्यता है कि वनवास के समय पांडव पांचों भाइयों समेत माता कुंती ने मसढ़ी जलाशय के पास करीब दो साल तक निवास किया था। मसढ़ी निवासी पप्पू शुक्ल ने बताया कि उन्होंने अपने बाबा से सुना था कि उस समय घना जंगल था जलाशय के पास पांडवों ने कुटी बनाकर रहना शुरू किया था। आज भी उस स्थान पर मंदिर बना है। जिसमें पांडवों के परिवार की मूर्तियां हैं।यहां पर भीम की लेटी प्रतिमा स्थापित है गिलौला विकास क्षेत्र के मसढ़ई स्थित भीम का विशालकाय मंदिर है जिसमें पांडव पुत्र भीम...