नई दिल्ली, जुलाई 4 -- उत्तर प्रदेश के राजकीय डिग्री कॉलेजों में असिस्टेंट प्रोफेसर (सहायक आचार्य) के पदों पर भर्ती के लिए अभ्यर्थियों को अब लिखित परीक्षा भी देनी होगी। अभी तक सिर्फ साक्षात्कार के माध्यम से ही इन पदों पर भर्ती की जा रही थी। अब साक्षात्कार के साथ-साथ लिखित परीक्षा भी होगी। लिखित परीक्षा में वस्तुनिष्ठ प्रश्न पूछे जाएंगे। भर्ती प्रक्रिया में और अधिक पारदर्शिता लाने के लिए यूपी कैबिनेट ने गुरुवार को सरकारी डिग्री कॉलेजों में असिस्टेंट प्रोफेसरों की भर्ती प्रक्रिया में संशोधन किया। वर्तमान में असिस्टेंट प्रोफेसर के पद पर चयन उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग करता है। उच्चतर शिक्षा (समूह क) सेवा नियमावली 1985 के तहत केवल आयोग की ओर से इंटरव्यू के माध्यम से इनकी नियुक्ति की जाती थी। इनमें संशोधन करते हुए अब भर्ती लिखित परीक्षा (वस्तुनि...