नई दिल्ली, अक्टूबर 24 -- संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) परीक्षा की तैयारी करने वाले छात्र कोचिंग सेंटर का चयन बहुत सोच समझकर करें। ऐसे कोचिंग सेंटर छात्रों को लुभाने के लिए अपने विज्ञापनों में भ्रामक जानकारी और गलत आंकड़ों का सहारा ले रहे हैं। आंकड़े बताते हैं कि एक साल में छोटे-बड़े दस कोचिंग सेंटरों पर भ्रामक विज्ञापन के चलते करीब 58 लाख रुपये का जुर्माना लगाया जा चुका है। केंद्रीय उपभोक्ता संरक्षण प्राधिकरण (सीसीपीए) ने पिछले एक वर्ष में भ्रामक विज्ञापन के मामले में कुल 25 आदेश पारित किए हैं। दिलचस्प बात यह है कि इनमें से 40 फीसदी यानि 10 आदेश विभिन्न कोचिंग सेंटर्स के खिलाफ है। अहम बात यह है कि इन दस में नौ कोचिंग सेंटर्स वह है, जो यूपीएससी परीक्षा की तैयारी कराते हैं। जबकि एक कोचिंग सेंटर आईआईटी इंट्रेंस की तैयारी कराता है। सीसीपीए के ...