अम्बेडकरनगर। नियाज़ तौहीद सिद्दीकी, जून 27 -- भियांव विकास खंड क्षेत्र के मरहरा गांव में चंदन की खेती शुरू की गई है। यह नवाचार मरहरा गांव के इंजीनियर मो.अनस मलिक ने शुरू किया। कोरोना काल के समय आपदा में अवसर तलाशते हुए ढाई बीघा जमीन में सफेद व लाल चंदन के 400 से अधिक पौधों की रोपाई की। ये पौधे अब बड़े होकर पेड़ बन रहे हैं। परिपक्व होने के बाद यही पेड़ करोड़ों की आय कराते हैं। कई किसान अभी भी परंपरागत खेती के दायरे में ही रहना चाहते हैं और नए प्रयोगों से हिचिकते हैं, लेकिन मो.अनस मलिक जैसे पढ़े लिखे युवा किसान नई रहा दिखा रहे हैं। अनस के अनुसार यदि हम थोड़ा सा जोखिम उठाएं और आधुनिक तकनीकों का सहारा लें तो खेती भी करोड़ों की कमाई का जरिया बन सकती है। अनस के अनुसार उन्होंने जो चंदन के पौधे लगाए हैं, उनकी उम्र चार साल हो गई है। चंदन का पेड़ तैयार...