नई दिल्ली, जुलाई 14 -- नई दिल्ली। प्रमुख संवाददाता दिल्ली विश्वविद्यालय में आम आदमी पार्टी के शिक्षक संगठन एकेडमिक फार एक्शन एंड डेवलेपमेंट टीचर्स एसोसिएशन (एएडीटीए) ने विश्वविद्यालय अनुदान आयोग द्वारा जारी बहुप्रवेश-बहुप्रस्थान (मल्टिपल एंट्री और मल्टिपल एग्जिट) ड्राफ्ट को लेकर गहरी आपत्ति जताई है और इसे अविलंब वापस लेने की मांग की है। संगठन का कहना है कि यह मसौदा राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 की आड़ में तैयार किया गया है, लेकिन इसका असली उद्देश्य सार्वजनिक विश्वविद्यालय प्रणाली को कमजोर करना और शिक्षण जैसे गंभीर पेशे को अस्थायी बनाना है। एएडीटीए ने कहा है कि इस नीति के तहत छात्र एक वर्ष बाद प्रमाणपत्र, दो वर्ष बाद डिप्लोमा और तीन वर्ष बाद स्नातक उपाधि प्राप्त कर सकते हैं, जिससे शिक्षा अधूरी रह जाएगी और मानविकी, सामाजिक विज्ञान और आधारभूत व...