नई दिल्ली, जुलाई 28 -- भारत-ब्रिटेन व्यापक आर्थिक एवं व्यापार समझौता के बाद अगले तीन वर्षों में (ब्रिटेन के साथ भारत का)कृषि-निर्यात में 50 प्रतिशत से अधिक की बढ़ोतरी होने का अनुमान है। समझौते के तहत 95 प्रतिशत से अधिक भारतीय टैरिफ लाइनों के खत्म होने से अब ब्रिटेन के बाजार तक भारतीय कृषि उत्पादों को शून्य आयात शुल्क के साथ पहुंच का लाभ मिलेगा। किसानों को सीधे तौर पर कृषि उत्पादों को निर्यात करने का अवसर मिलेगी। इसके लिए सरकार निर्यात के क्षेत्र में काम करने वाले किसान उत्पादक संगठन (एफपीओ) का विस्तार करेगी, जिसमें किसानों की सहभागिता होगी। मौजूदा समय में देश के अंदर काफी एफपीओ निर्यात क्षेत्र में लगे हैं लेकिन भविष्य में सरकार की योजना एफपीओ की संख्या का विस्तार करने की है, जिसे किसान एफपीओ के माध्यम से ब्रिटेन समेत अन्य देशों में अपने क...