अयोध्या, अक्टूबर 11 -- अयोध्या। काशी विद्यापीठ वाराणसी के डॉ. जयप्रकाश ने कहा कि जेन जी 1997 से 2012 के बीच जन्मी युवा पीढ़ी है जो काफी ऊर्जावान है, लेकिन उनके पास अनुभवों की कमी है। उन्होंने कहा कि युवा पीढ़ी अपने अनुभवों को सकारात्मक तौर पर प्रयोग कर समाज को उच्चीकृत करने में योगदान करें, ताकि सामाजिक, सांस्कृतिक और आर्थिक विकास में मदद मिल सके। यह बातें उन्होंने डॉ. राममनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय के 30वें दीक्षांत समारोह के तहत समाजशास्त्र विभाग द्वारा आयोजित व्याख्यान में कही।प्रो. अनूप कुमार ने कहा कि वर्तमान परिवेश में जेन जी भौतिकवाद में संस्कृति के साथ सामंजस्य बनकर नहीं चल रहा है। प्रो. फार्रुख जमाल ने कहा कि संस्कृति मानव और जानवरों के मध्य अंतर करती है। संचालन डॉ. प्रतिभा ने किया। इस दौरान श्याम बहादुर, कपिल कुमार, अमन विक्रम ...