वाराणसी, सितम्बर 22 -- वाराणसी,कार्यालय संवाददाता। मुत्तहिदा उलमा कौंसिल बनारस की ओर से इस्लाह-ए-मुआशरा (समाज सुधार) अमियां मंडी (पीली कोठी) स्थित मस्जिद में हुई। इसमें समाज में बढ़ती बुराइयों को दूर करने के साथ शिक्षा, संस्कार और एकता पर जोर दिया गया। मौ. अब्दुल गफ्फार सल्फी ने कहा कि नई तकनीक, विशेषकर मोबाइल और सोशल नेटवर्किंग का इस्तेमाल सोच-समझकर करना चाहिए। इंटरनेट पर मौजूद इस्लामी किताबों और उलेमा की तकरीरों से फायदा उठाना चाहिए, न कि बेकार चीजों में वक्त गंवाएं। मौ. इश्तियाक अली ने कहा कि इस्लाम इंसान को मस्लकी तफरकों से उठकर एक सूत्र में बांधता है। मौ. नसीर अहमद सिराजी ने कहा कि आज मुस्लिम बच्चों के बिगड़ते भविष्य पर गंभीरता से गौर करना होगा। शिक्षा पर ध्यान दिया जाता है, लेकिन संस्कार देने में लापरवाही हो रही है। मुफ्ती-ए-बनारस अ...