रिषिकेष, अक्टूबर 29 -- हिमालयन इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज में विश्व स्ट्रोक दिवस पर बुधवार को व्याख्यान का आयोजन किया गया। इसमें स्ट्रोक की पहचान, आपातकालीन देखभाल और बचाव के विषय में जानकारी दी गई। जौलीग्रांट स्थित एसआरएचयू के बीसी रॉय सभागार में न्यूरोलॉजी विभाग की ओर से व्याख्यान आयोजित हुआ। विभागाध्यक्ष डॉ. दीपक गोयल ने कहा कि भारत में हर 40 सेकंड में एक ब्रेन स्ट्रोक होता है। स्ट्रोक अब केवल बुजुर्गों में ही नहीं बल्कि युवाओं में भी बढ़ रहा है। स्ट्रोक के खतरे को कम करने के लिए हमें जागरूक और शिक्षित होना पड़ेगा। कहा कि स्ट्रोक के लक्षणों को पहचानना बहुत जरूरी है, जिससे समय पर इलाज शुरू किया जा सके। स्ट्रोक के मुख्य लक्षणों में चेहरे में, हाथ या पैर में कमजोरी या सुन्नता, बोलने या समझने में कठिनाई, देखने में परेशानी, चलने में संतुल...